पटना।
मौनी अमावस्या की देर संध्या को शुभ मंगल बेला में नारायणी, गंगा और सोनभद्र की पतित पावन संगम त्रिवेणी पर अवस्थित गजेंद्र मोक्षधाम की पावन धरती और हरिहर क्षेत्र की पुण्य भूमि स्थित भारत वंदना घाट पर त्रिवेणी महाआरती का विराट वार्षिकोत्सव का आयोजन आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ त्रिवेणी संगम पूजन सुशील चंद्र शास्त्री के नेतृत्व में आचार्यों के द्वारा संपन्न कराया गया।
वहीं, वेद ध्वनि से पूरे आकाश मंडल मंत्रों की गूंज से तरंगित हो उठा और शंखनाद एवं धर्म की जय घोष से पूरा जनमानस सनातनमय हो गया। वहीं, ज्योत से ज्योत जलेगा, हरिहर क्षेत्र काशी और हरिद्वार बनेगा जैसे शब्दों से पूरा माहौल भक्तिमय हो गया। त्रिवेणी महाआरती के संरक्षक महाकाल बाबा के कुशल सानिध्य में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जबकि धन्यवाद ज्ञापन महाकाल बाबा के द्वारा किया गया। त्रिवेणी महाआरती में 11-11 दीप जलाकर सभी श्रद्धालु भक्तों से आरती को सफल बनाने का आह्वान किया गया। इस संबंध में सुशील चंद्र शास्त्री ने बताया कि दिव्या तपस्वियों की तपोभूमि हरिहर क्षेत्र सोनपुर के पुनरुत्थान एवं सांस्कृतिक जागरण को लेकर प्रत्येक अमावस्या के दिन भारत वंदना घाट एवं प्रत्येक पूर्णिमा को कौनहरा घाट हरिपुर में त्रिवेणी महाआरती का आयोजन मां तारा सेवा निधि, मां तारा तंत्र पीठ, कौनहारा महातीर्थ के द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। जबकि महाआरती अमावस्या को सोनपुर में और श्री विष्णु हरि की महाआरती हरिपुर में तब जाकर पूर्ण होता है। हरिहर के मिलन का त्रिवेणी महाआरती युग-युग तक साक्षी बनेगा, जिसको लेकर हरिहर क्षेत्र सोनपुर के भारत वंदना घाट पर त्रिवेणी महाआरती का आयोजन मौनी अमावस्या की मंगल बेला में आयोजित की गई। जहां त्रिवेणी महाआरती को देखने के लिए हजारों की संख्या में पुरुष और महिलाओं सहित बहनों और युवा वर्ग महाआरती में शामिल हुए। त्रिवेणी महाआरती कार्यक्रम का शुभ उद्घाटन स्थानीय युवा समाजसेवी विनोद सिंह सम्राट और बाबा हरिहरनाथ न्यास समिति के उपाध्यक्ष के द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। अर्चक दल में महाकाल बाबा, विपिन, आचार्य अनिल, अर्जुन, अभिषेक जबकि सहायक में कुंदन, अविनाश, राजीव के अलावा मुख्य अतिथि स्थानीय सारण के भाजपा सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के प्रतिनिधि राकेश कुमार सिंह, दयाशंकर सिंह, विकास सिंह, धर्मनाथ महतो और केदार जी सहित कई अन्य लोग उपस्थित रहे।