नई दिल्ली
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जंगपुरा सीट से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। अब तक पटपड़गंज सीट से विधायक चुने जाते रहे सिसोदिया ने नामांकन पत्र के साथ जो हलफनामा दायर किया है उससे उनकी संपत्ति का ब्योरा भी सामने आया है। करीब 10 साल दिल्ली के उपमुख्यमंत्री रहे मनीष सिसोदिया के पास करीब 57 लाख रुपए की चल अचल संपत्ति है।
52 साल से मनीष सिसोदिया राजनीति में आने से पहले अरविंद केजरीवाल के साथ एनजीओ और उससे पहले पत्रकारिता के क्षेत्र में काम कर चुके हैं। सिसोदिया ने हलफनामे में बताया है कि उनके पास 34,43,762 की चल संपत्ति है, जबकि 23,00000 रुपए अचल संपत्ति है। उनके पास 25 हजार रुपए कैश है। सिसोदिया पर किसी तरह की कोई देनदारी नहीं है। उन्होंने पत्रकारिता में डिप्लोमा, भारतीय विद्या भवन, नई दिल्ली से की है।
सिसोदिया के पास अरविंद केजरीवाल की तुलना में काफी कम संपत्ति है। आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली सीट से नामांकन करते हुए हलफनामे में बताया है कि उनके पास कुल 1.73 करोड़ की संपत्ति है। वहीं उनकी पत्नी की संपत्ति भी जोड़ लें तो यह 4.23 करोड़ रुपए है।
गोपाल राय के पास के पास 1.27 करोड़ संपत्ति
तीन बार दिल्ली के मंत्री बन चुके गोपाल राय के पास कुल 1.27 करोड़ रुपए की संपत्ति है। बाबरपुर विधानसभा सीट से लड़ रहे गोपाल राय के पास 69,41753 लाख रुपए की चल संपत्ति है तो 58,00000 लाख की अचल संपत्ति है। उनके ऊपर कोई देनदारी नहीं है। गोपाल राय ने समाजशास्त्र में मास्टर ऑफ आर्ट्स की डिग्री 1998 में प्राप्त की।
डेढ़ करोड़ का एजुकेशन लोन
हलफनामे के अनुसार, मनीष सिसोदिया पर बच्चों की पढ़ाई के लिए 1.5 करोड़ रुपये का एजुकेशन लोन भी है. अचल संपत्ति के तौर पर उनके पास गाजियाबाद और मयूर विहार में दो फ्लैट हैं, जिनकी कीमत क्रमश: 23 लाख रुपये और 70 लाख रुपये है.
पांच साल में 30 लाख का इजाफा
अगर 2020 के हलफनामे से तुलना करें तो मनीष सिसोदिया की संपत्ति में 30 लाख रुपये का इजाफा हुआ है. उनकी पत्नी सीमा की संपत्ति में भी लगभग 10 लाख रुपये की बढ़ोतरी हुई है. अचल संपत्ति की कीमतों में भी गाजियाबाद फ्लैट की कीमत 2 लाख रुपये और मयूर विहार वाले फ्लैट की कीमत 5 लाख रुपये बढ़ी है.
जंगपुरा से चुनावी मैदान में सिसोदिया
इस बार मनीष सिसोदिया जंगपुरा से चुनावी मैदान में हैं, जबकि पहले वह पटपडगंज से चुनाव लड़ते थे. इस बदलाव को लेकर बीजेपी का आरोप है कि सिसोदिया हार के डर से पटपडगंज सीट छोड़कर जंगपुरा गए हैं. मनीष सिसोदिया तीन बार पटपडगंज से विधायक रह चुके हैं, लेकिन 2020 में उन्हें बीजेपी के उम्मीदवार से कड़ी टक्कर मिली थी.