गया
बिहार के गया जिले से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गरीब मजदूर को आयकर विभाग ने 2 करोड़ रुपये से ज़्यादा का टैक्स नोटिस थमा दिया है। एक तेल व्यापारी के यहां 10 हजार रुपये प्रति महीना पर मजदूरी करने वाले राजीव कुमार वर्मा को 2 करोड़ 3 हजार 308 रुपये का टैक्स भरने का नोटिस मिला है। नोटिस में 67 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है, जिसे 2 दिन के अंदर भरने को कहा गया है।
मामला तब और भी पेचीदा हो जाता है, जब पता चलता है कि राजीव ने तो कभी आयकर रिटर्न फाइल किया ही नहीं। उनका कहना है कि उन्हें तो इतनी कम आमदनी में रिटर्न फाइल करने के बारे में पता ही नहीं था।
आयकर विभाग ने क्यों भेजा 2 करोड़ का नोटिस?
दरअसल, मामला 2015 का है, जब राजीव ने कॉर्पोरेशन बैंक में 2 लाख रुपये की FD करवाई थी। ज़रूरत पड़ने पर 2016 में उन्होंने यह FD तुड़वा ली थी। इसके बाद वह पुरानी गोदाम में काम करने लगा, लेकिन अचानक आयकर विभाग ने 2 करोड़ 3 हजार 308 रुपये का टैक्स नोटिस भेजकर उनकी परेशानी बढ़ा दी। आयकर विभाग का आरोप है कि राजीव ने 2015-16 में 2 करोड़ रुपये की FD करवाई थी, जिसका टैक्स उन्होंने अब तक नहीं भरा है।
मैंने 22 जनवरी 2015 को कॉरपोरेशन बैंक में 2 लाख रुपये की फिक्स डिपॉजिट की थी, लेकिन जरूरत पड़ने पर 16 अगस्त 2016 को पैसे निकाल लिए थे।
नोटिस के बाद चार दिन से काम पर नहीं जा पा रहे राजीव
आयकर विभाग के नोटिस ने राजीव की ज़िंदगी में तूफ़ान ला दिया है। वह पिछले 4 दिनों से काम पर भी नहीं जा पा रहे हैं। परेशान होकर उन्होंने गया के आयकर विभाग कार्यालय में गुहार लगाई, जहां उन्हें पटना जाने को कहा गया।
यह मामला एक बार फिर सरकारी तंत्र की लापरवाही को उजागर करता है। एक ग़रीब आदमी, जो शायद ही टैक्स स्लैब में आता हो, उसे 2 करोड़ रुपये से ज़्यादा के टैक्स का नोटिस भेज दिया गया। यह देखना होगा कि इस मामले में आगे क्या कार्यवाही होती है और क्या राजीव को न्याय मिल पाता है।