लखनऊ: 06 सितम्बर, 2024 : प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आज शारदा विश्वविद्यालय, गौतमबुद्ध नगर में आयोजित कार्यक्रम में आंगनबाड़ी केंद्रों को सुविधा संपन्न बनाने हेतु प्री स्कूल किट वितरण समारोह में सम्मिलित हुई।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में राज्यपाल जी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र देश की नींव होते हैं और मजबूत आधारशिला पर ही मजबूत देश का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि सरकार एवं समाज को प्राथमिकता से आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं वहाँ पढ़ने वाले बच्चों पर ध्यान देना चाहिए। राज्यपाल जी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने हेतु देश का एक भी बच्चा अनपढ़ ना हो, सभी को शिक्षा मिले, बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच हो, कुपोषित बच्चों को जन्म देने वाली गर्भवती माताओं का सुपोषण युक्त आहार सुनिश्चित हो।
राज्यपाल जी ने उपस्थित लोगों से जन्मदिन व अन्य समारोहों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर मनाए जाने हेतु आह्वान किया। उन्होंने प्रदेश के आकांक्षी एवं पिछड़े जिलों के विकास हेतु भी सभी को आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि घर एवं आंगनबाड़ी केंद्र से बच्चों को संस्कार मिलता है तथा विभिन्न अनुसंधानों के अनुसार 07 से 08 वर्ष की उम्र में बच्चे जीवन का 80 प्रतिशत चीज सीखते हैं। अतः घर एवं आंगनवाड़ी का वातावरण अच्छा होना चाहिए तथा बच्चों को अच्छे संस्कार दिए जाने चाहिए।
कार्यक्रम में अपने संबोधन में राज्यपाल जी ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र देश की नींव होते हैं और मजबूत आधारशिला पर ही मजबूत देश का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि सरकार एवं समाज को प्राथमिकता से आंगनबाड़ी केन्द्रों एवं वहाँ पढ़ने वाले बच्चों पर ध्यान देना चाहिए। राज्यपाल जी ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने हेतु देश का एक भी बच्चा अनपढ़ ना हो, सभी को शिक्षा मिले, बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच हो, कुपोषित बच्चों को जन्म देने वाली गर्भवती माताओं का सुपोषण युक्त आहार सुनिश्चित हो।
राज्यपाल जी ने उपस्थित लोगों से जन्मदिन व अन्य समारोहों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर जाकर मनाए जाने हेतु आह्वान किया। उन्होंने प्रदेश के आकांक्षी एवं पिछड़े जिलों के विकास हेतु भी सभी को आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि घर एवं आंगनबाड़ी केंद्र से बच्चों को संस्कार मिलता है तथा विभिन्न अनुसंधानों के अनुसार 07 से 08 वर्ष की उम्र में बच्चे जीवन का 80 प्रतिशत चीज सीखते हैं। अतः घर एवं आंगनवाड़ी का वातावरण अच्छा होना चाहिए तथा बच्चों को अच्छे संस्कार दिए जाने चाहिए।