लखनऊ: 04 सितम्बर, 2024 : प्रदेश की राज्यपाल एवं राज्य विश्वविद्यालयों की कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ का 17वां दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। इस समारोह में राज्यपाल जी ने कुल 270 उपाधियां प्रदान की, जिनमें उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को 20 स्वर्ण एवं रजत पदक प्रदान किए गए। राज्यपाल जी ने इस बात पर प्रसन्नता व्यक्त कि समारोह में छात्राओं ने 70 प्रतिशत पदक प्राप्त किए हैं, जो उनकी मेहनत और दृढ़ इच्छाशक्ति को दर्शाता है। उन्होंने विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना करते हुए छात्र-छात्राओं को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं।
दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों में स्नातक हेतु 254, स्नातकोत्तर 09 एवं पी-एच०डी० में 07 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गयी। शैक्षिक उत्कृष्टत्ता के लिए विभिन्न महाविद्यालयांे के 15 छात्र-छात्राओं को कुलपति स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदकों से सम्मानित किया गया। राज्यपाल जी ने स्कूल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियांे व श्रेष्ठ आंगनबाड़ी को भी सम्मानित किया। उन्हांेने प्राथमिक विद्यालय के बच्चोें को उपहार एवं हापुड़ जनपद की आंगनबाड़ियों को 200 आंगनबाड़ी किट का वितरण भी किया।
समारोह में राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय की विशिष्टता की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय कई कारणों से महत्वपूर्ण है। पहला अंग्रेजों की दास्ता से मुक्ति में प्रथम बिगुल की शुरूआत इसी मेरठ की धरती से हुई थी। दूसरा विश्वविद्यालय का नाम सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आजादी के बाद देश के एकीकरण में अभूवपूर्व योगदान दिया।
दीक्षांत समारोह में विभिन्न विषयों में स्नातक हेतु 254, स्नातकोत्तर 09 एवं पी-एच०डी० में 07 विद्यार्थियों को उपाधियां प्रदान की गयी। शैक्षिक उत्कृष्टत्ता के लिए विभिन्न महाविद्यालयांे के 15 छात्र-छात्राओं को कुलपति स्वर्ण, रजत एवं कांस्य पदकों से सम्मानित किया गया। राज्यपाल जी ने स्कूल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियांे व श्रेष्ठ आंगनबाड़ी को भी सम्मानित किया। उन्हांेने प्राथमिक विद्यालय के बच्चोें को उपहार एवं हापुड़ जनपद की आंगनबाड़ियों को 200 आंगनबाड़ी किट का वितरण भी किया।
समारोह में राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय की विशिष्टता की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि यह विश्वविद्यालय कई कारणों से महत्वपूर्ण है। पहला अंग्रेजों की दास्ता से मुक्ति में प्रथम बिगुल की शुरूआत इसी मेरठ की धरती से हुई थी। दूसरा विश्वविद्यालय का नाम सरदार वल्लभभाई पटेल के नाम से जुड़ा हुआ है, जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आजादी के बाद देश के एकीकरण में अभूवपूर्व योगदान दिया।