आईसीआरटी के संस्थापक डा0 हेरोल्ड गुडविन ने मैनपुरी तथा मथुरा की हस्तनिर्मित कलाकृतियों का किया अवलोकन

पर्यटन विभाग और इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पांसिबल टूरिज्म (आईसीआरटी) के बीच पिछले दिनों समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ था।

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Highlights
  • आईसीआरटी के संस्थापक डा0 हेरोल्ड गुडविन ने मथुरा के एक गांव जैत का भ्रमण किया।
  • मिट्टी के बर्तन-खिलौने, लड्डू गोपाल की पोशाक, तुलसी माला, मक्खन बनाने की प्रक्रिया को देखा

लखनऊ: 02 सितम्बर, 2024 : प्रदेश में रिस्पांसिबल टूरिज्म को ऊंचाइयों पर पहुंचाने के लिए पर्यटन विभाग और इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पांसिबल टूरिज्म (आईसीआरटी) के बीच पिछले दिनों समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ था। आईसीआरटी की स्थापना वर्ष 2002 में डॉ. हेरोल्ड गुडविन के द्वारा वर्ल्ड टूरिज्म मार्ट (डब्ल्यूटीएम) लंदन में केपटाउन घोषणा के बाद की गई थी। आईसीआरटी के संस्थापक डा0 हेरोल्ड गुडविन ने आज सोमवार को निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मथुरा के एक गांव जैत का भ्रमण किया।

इंटरनेशनल सेंटर फॉर रिस्पांसिबल टूरिज्म लंदन के प्रमुख डॉ. हेरोल्ड गुडविन ने सोमवार को मैनपुरी भांवत व 04 सितंबर को प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर का भी भ्रमण करेंगे। इसके पहले मंगलवार को लखनऊ में आयोजित वर्कशॉप में हिस्सा लेंगे। इस कार्यशाला में बड़ी संख्या में पर्यटन उद्योग से जुड़े उद्यमी हिस्सा लेंगे।
पर्यटन मंत्री ने बताया कि डा0 गुडविन मथुरा में सबसे पहले वहां कालिया नाग मंदिर पहुंचे। दर्शन के बाद उन्होंने मिट्टी के बर्तन-खिलौने, लड्डू गोपाल की पोशाक, तुलसी माला, मक्खन बनाने की प्रक्रिया को देखा और इसके विक्रय के बारे में जानकारी ली। इसके अलावा होम स्टे आदि को करीब से देखा। उन्होंने साथ ही, स्थानीय व्यंजन का लुत्फ लिया। गांव में चयनित स्टेकहोल्डर्स के साथ बैठक भी की।

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