लखनऊ: 01 सितंबर, 2024 : डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक एक्शन मोड में हैं। स्वास्थ्य विभाग में बड़ी कार्रवाई की गई है। कर्तव्यों के प्रति लापरवाही, ड्यूटी से लगातार गैरहाजिर एवं उच्चादेशों की लगातार अव्हेलना के चलते प्रदेश में 26 चिकित्सकों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है। उन्हें एक माह का नोटिस देते हुए, शासकीय सेवा से तत्काल बर्खास्त करने के निर्देश उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिए हैं। डिप्टी सीएम का कहना है कि चिकित्सीय कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।
उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक का कहना है कि प्रदेश की जनता को उच्च कोटि की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। इनमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जिन चिकित्सकों को बर्खास्त करने के निर्देश जारी किए गए हैं, उनमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कोंच, जालौन के चिकित्साधिकारी डॉ. प्रशांत पाठक, मुख्य चिकित्साधिकारी, बरेली के अधीन चिकित्साधिकारीगण डॉ. इमरान खान एवं डॉ. सुरभि गुप्ता, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, चिल्लौन्सा, मैनपुरी के चिकित्साधिकारी डॉ. अनुज कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, ,समान किशनी, मैनपुरी के चिकित्साधिकारी डॉ. राजकुमार, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कालपी, जालौन के चिकित्साधिकारी डॉ. यासमून अख्तर सिद्दिकी, मुख्य चिकित्साधिकारी, सिद्धार्थनगर के अधीन चिकित्साधिकारीगण डॉ. प्रवीन आनंद, डॉ. नेहा सिन्हा, डॉ. ज्योत्सा ओझा, मुख्य चिकित्साधिकारी, ललितपुर के अधीन चिकित्साधिकारीगण डॉ. शुभांशु शिवहरे, डॉ. विवेक कुमार गौतम, डॉ. मोहम्मद हासिम, मुख्य चिकित्साधिकारी, बलिया के अधीन चिकित्साधिकारीगण डॉ. प्रमोद कुमार, डॉ. पूजा सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी, बस्ती के अधीन चिकित्साधिकारी डॉ. आमोद कुमार सरोज, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कुसमुरा, मैनपुरी के चिकित्साधिकारी डॉ. मोहम्मद सलीम, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, जगतपुर, रायबरेली के चिकित्साधिकारी डॉ. धीरेंद्र कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, मटका, रायबरेली के चिकित्साधिकारी डॉ. प्रियंका सोनी, मुख्य चिकित्साधिकारी, रायबरेली के अधीन चिकित्साधिकारी डॉ. शुभेंद्र कुमार मौर्या, मुख्य चिकित्साधिकारी, मथुरा के अधीन चिकित्साधिकारीगण डॉ. त्रिशाला भदकारिया (पैथॉलोजिस्ट), डॉ. अभय गर्ग, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, सिरसागंज, फिरोजाबाद के चिकित्साधिकारी डॉ. अमित कुमार सिंह, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, आनंदपुर जारखी, फिरोजाबाद के चिकित्साधिकारी डॉ. अनुज कुमार गौतम, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, खैरगढ़, फिरोजाबाद के चिकित्साधिकारी डॉ. संजीव कुमार, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, बछगांव कोटला, फिरोजाबाद के चिकित्साधिकारी डॉ. हिमांशी सागर एवं मुख्य चिकित्साधिकारी फिरोजाबाद के अधीन डॉ. सृष्टि सिंह शामिल हैं।
दंत शल्यक पर कार्रवाई
लखनऊ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, पयागपुर, बहराइच में तैनात दंत शल्यक डॉ. पूनम पाल को भी बिना सूचना अनुपस्थित रहने, अनुशासनहीनता एवं उच्चादेशों की अव्हेलना करने हेतु बर्खास्त किए जाने के निर्देश उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य को दिए हैं।
आरोप पत्र निर्गित करने के निर्देश
लखनऊ। छह चिकित्साधिकारियों, जिनमें चिकित्साधिकारी, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, हरोड़ा, सहारनपुर में तैनात डॉ. प्रवेश कुमार भाटिया, प्रभारी चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, देवीदासपुर, बहराइच डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव, सीएमओ बरेली के अधीन तैनात तीन चिकित्साधिकारी डॉ. अमित कुमार, डॉ. दिव्या गौड़ एवं डॉ. शशांक वर्मा, साथ ही शाहजहांपुर सीएमओ के अधीन तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. रिजवान अहमद खान को उनके द्वारा शासकीय दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने हेतु आरोप पत्र तत्काल निर्गित किए जाने के निर्देश भी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक की ओर से प्रमुख्य सचिव स्वास्थ्य को दिए गए हैं।
संयुक्त निदेशक से मांगा स्पष्टीकरण
लखनऊ। अप्रैल 2024 में मुख्य चिकित्साधिकारी, महाराजगंज के पद पर पदस्थ होते हुए महाराजगंज के नौतनवा में स्थापित अर्बन आयुष्मान आरोग्य मंदिर में किसी चिकित्साधिकारी की तैनाती न कर, सेंटर को क्रियाशील एवं सरकारी योजनाओं का संचालन न करने संबंधी प्रकरण को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशालय में संयुक्त निदेशक के पद पर तैनात डॉ. नीना वर्मा का स्पष्टीकरण मांगे जाने के निर्देश भी उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक द्वारा प्रमुख सचिव स्वास्थ्य को दिए गए हैं।
दो-दो वेतन वृद्धियां रोकी
लखनऊ। तीन चिकित्साधिकारियों द्वारा अपने चिकित्सकीय दायित्वों के निर्वाहन में लापरवाही पर उनकी दो-दो वेतन वृद्धियां दो वर्ष के लिए रोक दी गई हैं। इनमें सीएमओ फिरोजाबाद के अधीन तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. मनीषा अग्रवाल, सीएमओ बागपत के अधीन तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. समीर गुप्ता तथा सीएमओ कानपुर देहत के अधीन तैनात चिकित्साधिकारी डॉ. शिल्पी सोनकर शामिल हैं। डॉ. शिल्पी सोनकर की दो वेतन वृद्धियां दो वर्षों तक रोकने के दंड के साथ परिनिंदा प्रविष्टि भी दी गई है।
सम्पर्क सूत्र- अखिलेश मणि त्रिपाठी