मुख्यमंत्री आवास पर बुधवार को बीजेपी, सरकार और संघ कि कई घंटो कि मैराथन बैठक हुई और बैठक में आपसी समन्वय पर तालमेल बिठाने पर ज़ोर दिया गया.. यूपी में ऐसा बहुत समय के बाद देखने को मिला है जब संघ का शीर्ष नेतृत्व यूपी के मामले में सामने से समन्वय कर रहा हो.. संघ में बीजेपी मामलों के प्रभारी अरुण कुमार खुद दो दिनों से लखनऊ में डेरा जमाए थे.. और बुधवार को देर रात तक हुई बैठक में वो भी मोर्चा संभाले रहे.. चर्चा है की मंगलवार को भी उनकी और मुख्यमंत्री के बीच लगभग 3 घंटे तक मीटिंग हुई थी.. और बुधवार को बड़ी समन्वय बैठक हुई.. जिसमें चार और जिम्मेदार नेता शामिल हुए..
सूत्र ये बताते है की बैठक में लोकसभा चुनाव में बीजेपी को अप्रत्याशित तौर पर हुए बड़े नुकसान की समीक्षा की गई.. संगठन और सरकार के बीच चल रही रस्साकसी भी मीटिंग के कोर एजेंडे में थी.. बैठक में दोनो डिप्टी सीएम और पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री इसमें शामिल हुए.. बैठक के बाद उपचुनाव में भाजपा के साथ अब संघ भी मोर्चा संभालेगा.. बैठक के बाद से ही सरकार और संगठन के बीच समन्वय पर जोर दिया जा रहा है..सरकार-संगठन पर हर तरह कि बयानबाज़ी को रोकने पर भी संघ ने सलाह दी है.. बैठक के बाद मतभेद और मनभेद को आपस में सुलझाने की नसीहत दी गई साथ ही.. बूथ प्रबंधन और जनता से संवाद पर भाजपा ज़ोर देगी.. इसके अलावा निगम, बोर्ड में पुराने कार्यकर्ताओं को तरजीह दी जाएगी..साथ ही वर्षों से काम कर रहे कार्यकर्ता को प्राथमिकता मिलेगी.. इसके अलावा दूसरे दलों से आए नेताओं को बाद में समायोजित किया जाएगा..