उपचुनाव को लेकर समाजवादी पार्टी पूरा जोर लगा रही है.. लोकसभा चुनाव में मिली जीत के बाद कार्यकर्ता बेहद उत्साहित नज़र आरे है, यही वजह है की सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के दिल्ली से लखनऊ पहुंचने के साथ ही पार्टी विधायकों और कार्यकर्ताओं का बड़ा जमावड़ा उनसे मिलने के लिए पार्टी कार्यालय पहुंचने लगा अखिलेश यादव ने विधानसभा की रिक्त हुई 10 सीटों के चुनावी गणित पर चर्चा की ही साथ ही साथ खत्म हुए विधानसभा के सत्र को लेकर के भी माता प्रसाद पांडे समेत समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से बातचीत की… अखिलेश यादव की बैठकों में पार्टी के वरिष्ठ नेता भी पहुंचे..शिवपाल यादव भी अखिलेश यादव से मुलाकात करने और चर्चा करने खुद उनसे मिलने पार्टी कार्यालय पहुंचे.. लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता के तौर पर रिक्त हुई अखिलेश यादव की सीट पर सबसे ज्यादा चर्चा शिवपाल यादव के नाम की ही थी.. बताया ये भी जा रहा था कि शिवपाल यादव को फुल फ्लैश में जिम्मेदारी दी जा सकती है.. हालांकि विधानसभा में सदन के विपक्ष के नेता के तौर पर माता प्रसाद पांडे का नाम सामने आने के बाद सभी लोग भौचक के रह गए.. हालांकि तब भी शिवपाल यादव के कद को लेकर के चर्चा चलती रही लेकिन इस पूरे मामले के बाद शिवपाल यादव भी पूरी तरह संतुष्ट नजर आए.. शायद राजनीतिक तौर पर लोकसभा के चुनाव में शिवपाल यादव को मिले फ्री हैंड उनके बेटे का बदायूं से सांसद बन जाना और लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की इस मजबूत स्तिथि ने शिवपाल यादव को पार्टी में पूरी तरह से कंफर्टेबल बना दिया है..हालांकि अभी विधानसभा उपचुनाव की तिथि घोषित नहीं हुई है… लेकिन सपा अक्ष्यक्ष अखिलेश ने कार्यकर्ताओं को लक्ष्य दे दिया है की उपचुनाव में कार्यकर्ताओं को सभी सीटें जीताना है.. कोर के साथ ही फ्रंटल संगठनों को भी इस कार्य में लगा दिया गया है.. सपा प्रमुख उपचुनाव वाली सीटों की खुद समीक्षा कर रहे हैं.. सपा ने जमीनी फीडबैक,चेहरों के चयन की प्रक्रिया को तेज कर दिया है.. अखिलेश यादव बूथवार वोटों के आकड़ों की समीक्षा कर रहे, आरक्षण बचाओ की लड़ाई के साथ जनता के बीच जाने तैयारी कर रहे है..