चंडीगढ़
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने बैठक कर हिमाचल पथ परिवहन निगम की यूनियनों द्वारा घोषित 9 मार्च से होने वाले आंदोलन का पूर्ण समर्थन करने का निर्णय लिया है। यह आंदोलन HRTC कर्मचारियों के हितों की रक्षा और उनके लंबित भुगतानों को लेकर किया जा रहा है। इस फैसले के तहत हरियाणा रोडवेज की बसें हिमाचल प्रदेश में नहीं भेजी जाएंगी।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने अपने बयान में कहा कि हिमाचल ट्रांसपोर्ट कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर हिमाचल सरकार बिल्कुल भी गंभीर नहीं है। कर्मचारियों के 65 महीनों के ओवरटाइम का भुगतान, रात्रि ठहराव भत्ता, बकाया TA/DA, एरियर सहित अन्य भुगतान लंबित हैं, जिनका निपटारा किया जाना आवश्यक है।
हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ ने चेतावनी दी है कि यदि हिमाचल सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती है, तो हरियाणा रोडवेज (Haryana Roadways) की कोई भी बस हिमाचल प्रदेश में नहीं भेजी जाएगी। यह प्रतिबंध तब तक जारी रहेगा जब तक कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया जाता।
इस फैसले के लिए हिमाचल प्रदेश स्टेट कंडक्टर यूनियन के उप प्रधान नवीन ठाकुर ने हरियाणा रोडवेज के समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल सरकार को जल्द से जल्द कर्मचारियों की मांगें पूरी करनी चाहिए, अन्यथा विरोध प्रदर्शन और उग्र होगा। हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने हिमाचल सरकार से अपील की है कि कर्मचारियों के बकाया भुगतान को तुरंत प्रभाव से किया जाए, अन्यथा हरियाणा रोडवेज भी इस हड़ताल में पूरी तरह से शामिल होगी।