प्रयागराज महाकुंभ में बसंत पंचमी पर उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़, सुबह 8 बजे तक 62 लाख ने लगाई पुण्य की डुबकी

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प्रयागराज

महाकुंभ 2025 में सोमवार को बसंत पंचमी का अमृत स्‍नान देर रात से जारी है। मौनी अमावस्‍या पर भगदड़ से सबक लेते हुए इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ खुद लखनऊ स्थित अपने आवास में बने वॉर रूम से सुबह तीन बजे से निगरानी कर रहे हैं। उनके साथ डीजीपी प्रशांत कुमार और अन्‍य अधिकारी भी मौजूद हैं। इस बीच, महाकुंभ में नागा साधुओं और आम श्रद्धालुओं के ऊपर हेलिकॉप्‍टर से फूल वर्षा की गई है।

    नागा साधुओं ने त्रिशूल और डमरू बजा किया प्रदर्शन

    बसंत पंचमी के अमृत स्नान के लिए निकली अखाड़ों की शोभायात्रा में कुछ नागा साधु घोड़े पर सवार थे तो कुछ पैदल चलते हुए अपनी विशिष्ट वेशभूषा और आभूषणों से सजे हुए थे। जटाओं में फूल, फूलों की मालाएं और त्रिशूल हवा में लहराते हुए उन्होंने महाकुंभ की पवित्रता को और भी बढ़ा दिया। स्व-अनुशासन में रहने वाले इन साधुओं को कोई रोक नहीं सकता था, लेकिन वे अपने अखाड़ों के शीर्ष पदाधिकारियों के आदेशों का पालन करते हुए आगे बढ़े। नगाड़ों की गूंज के बीच उनके जोश ने इस अवसर को और भी खास बना दिया। त्रिशूल और डमरू के साथ उनके प्रदर्शन ने यह संदेश दिया कि महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि प्रकृति और मनुष्य के मिलन का उत्सव है।

महाकुंभ में देखने को मिल रही विविध संस्कृतियों की झलक

प्रयागराज में श्रद्धालुओं / स्नानार्थियों के जोश और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है. पूरे देश और दुनिया से पवित्र त्रिवेणी में श्रद्धा और आस्था के साथ डुबकी लगाकर पुण्य प्राप्त करने के लिए श्रद्धालु प्रतिदिन करोड़ों की संख्या में प्रयागराज पहुंच रहे हैं. बसंत पंचमी के अंतिम अमृत स्नान पर भी सुबह से ही करोड़ों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम स्नान को पहुंचे. रविवार 2 फरवरी को करीब 1.20 करोड़ ने स्नान किया था, जिसके बाद कुल स्नानार्थियों की संख्या 35 करोड़ के करीब पहुंच गई थी, जिसने सोमवार सुबह यह आंकड़ा पार कर लिया. स्नानार्थियों में 10 लाख कल्पवासियों के साथ-साथ देश विदेश से आए श्रद्धालु एवं साधु-संत शामिल रहे.

स्नान पर्व पर उमड़ रही श्रद्धालुओं की भारी भीड़

अब तक के कुल स्नानार्थियों की संख्या का विश्लेषण करें तो सर्वाधिक 8 करोड़ श्रद्धालुओं ने मौनी अमावस्या पर स्नान किया था. जबकि 3.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने मकर संक्रांति के अवसर पर अमृत स्नान किया था. एक फरवरी और 30 जनवरी को 2-2 करोड़ के पार और पौष पूर्णिमा पर 1.7 करोड़ श्रद्धालुओं ने पुण्य डुबकी लगाई.

ये प्रमुख लोग अब तक लगा चुके हैं पावन डुबकी

गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ (मंत्रिमंडल समेत) संगम में डुबकी लगा चुके हैं. इसके अलावा राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल, केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, अर्जुन राम मेघवाल, बीजेपी सांसद सुधांशु त्रिवेदी, राज्य सभा सांसद सुधा मूर्ति, असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी, सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव, प्रदेश विधानसभा में विपक्ष के नेता माता प्रसाद पांडे, गोरखपुर के सांसद रवि किशन, हेमा मालिनी, बॉलीवुड एक्ट्रेस भाग्यश्री, अनुपम खेर, मिलिंद सोमण, एक्ट्रेस से किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं ममता कुलकर्णी, कवि कुमार विश्वास, क्रिकेटर सुरेश रैना, खली और कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा भी संगम में स्नान कर चुके हैं.

महाकुंभ की आलोचना करने वालों को संतों ने दिया माकूल जवाब
बसंत पंचमी के पावन अवसर पर त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करने के साथ ही संत और महात्माओं ने महाकुंभ की आलोचना करने वालों को माकूल जवाब भी दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की व्यवस्थाओं और श्रद्धालुओं को दी जा रही सुविधाओं की तारीफ करते हुए विपक्षी दलों को आईना भी दिखाया। पंच निर्मोही अनी अखाड़ा के जगतगुरु महामंडलेश्वर संतोष दास सत्तुआ बाबा महाराज ने कहा, "जो लोग साधु और महाकुम्भ के बारे में बातें कर रहे हैं, मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि (सपा प्रमुख) अखिलेश यादव जी, आपने कभी सनातन का पालन नहीं किया और न ही सनातन का सम्मान किया। तो अब इसका फायदा मत उठाइए। हमने देखा है जब आपकी पार्टी सत्ता में थी, आपने सनातनियों पर गोलियां चलाई थीं। अपने फायदे के लिए अफवाहें मत फैलाइए। हम सनातनी हैं और हम आपके जैसे लोगों को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे।

काला चश्‍मा पहने नागा साधु बने आकर्षण का केंद्र
महाकुंभ में सोमवार को बसंत पंचमी के अवसर पर आयोजित तीसरे अमृत स्नान में नागा साधु आकर्षण का केंद्र रहे, जिन्होंने अपने विशिष्ट स्वरूप और अनुष्ठानों से श्रद्धालुओं का ध्यान अपनी ओर खींचा। अमृत स्नान के लिए अधिकांश अखाड़ों का नेतृत्व कर रहे इन नागा साधुओं का अनुशासन और उनका पारंपरिक शस्त्र कौशल देखने लायक था। कभी डमरू बजाते हुए तो कभी भाले और तलवारें लहराते हुए, इन साधुओं ने हथियार चलाने के कौशल का अद्भुत प्रदर्शन किया। कुछ नागा साधु घोड़ों पर सवार दिखे, जबकि अन्य गले में माला और त्रिशूल लटकाए नंगे पांव चलते दिखे। जब मीडियाकर्मी और श्रद्धालु उनकी तस्वीर ले रहे थे तो साधुओं ने उत्साहपूर्वक उन्हें अपनी परंपराओं को करीब से देखने के लिए आमंत्रित किया। कुछ ने तो काले चश्मे भी पहने हुए थे, जिससे दर्शक काफी खुश हुए।

पुष्‍पवर्षा से अभिभूत नजर आए साधु और आम श्रद्धालु
अमृत स्नान के दौरान पुष्पवर्षा से नागा संन्यासी, साधु संत और श्रद्धालु भी अभिभूत नजर आए। हर हर महादेव, जय श्री राम, गंगा मैया की जय जैसे जयकारों से पूरा त्रिवेणी क्षेत्र गुंजायमान हो गया। मालूम हो कि प्रयागराज उद्यान विभाग की ओर से अमृत स्नान के लिए पहले ही पर्याप्त फूलों की व्यवस्था की गई है। उद्यान विभाग की ओर 20 क्विंटल से अधिक मात्रा में गुलाब के फूलों का स्टॉक जमा किया गया था। वहीं 5 क्विंटल फूल रिजर्व में भी रखे गए हैं।

बसंत पंचमी के अवसर पर विदेशी श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करते हुए भारतीय संस्कृति के जीवंत रंगों में रंगे दिखाई दिए। वे न सिर्फ भारतीय मित्रों के साथ आध्यात्मिक गहराइयों में डूबे नजर आए, बल्कि अन्य तीर्थयात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत करते भी दिखे। विदेशी श्रद्धालुओं ने इस विशेष अवसर पर भारतीय परंपराओं को अपनाते हुए दिव्य स्नान में भाग लिया और अपनी यात्रा को एक अद्वितीय और अविस्मरणीय अनुभव बताया।

सभी घाटों और अखाड़ों पर हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा
महाकुंभ 2025 के अंतिम अमृत स्नान बसंत पंचमी के दिन सोमवार को संगम तट पर डुबकी लगाने पहुंचे करोड़ों श्रद्धालुओं पर योगी सरकार ने हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा कराई। हेलीकॉप्टर से सभी घाटों और अखाड़ों पर स्नान के दौरान श्रद्धालुओं पर फूलों की बारिश की गई।

महाकुंभ में उमड़ा आस्था का जनसमुद्र, स्नानार्थियों की संख्या 35 करोड़ के पार
मां गंगा, मां यमुना और अदृश्य मां सरस्वती के पवित्र संगम में श्रद्धा और आस्था से ओत-प्रोत साधु-संतो, श्रद्धालुओं, कल्पवासियों, स्नानार्थियों और गृहस्थों का स्नान अब एक नए शिखर पर पहुंच गया है। इसी क्रम में बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर महाकुम्भ में अब तक स्नानार्थियों की संख्या ने 35 करोड़ का आंकड़ा पार कर लिया। सोमवार को सुबह 8 बजे तक 62.25 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में पावन डुबकी लगाई। इसके साथ ही महाकुम्भ में स्नानार्थियों की कुल संख्या 35 करोड़ के पार हो गई। अभी महाकुम्भ को 23 दिन शेष है और पूरी उम्मीद है कि स्नानार्थियों की संख्या 50 करोड़ के ऊपर जा सकती है।

हर-हर महादेव का जयघोष करते हुए विदेशी श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
प्रयागराज में 13 जनवरी से आयोजित भव्य महाकुंभ में सोमवार को हर-हर महादेव का जयघोष करते हुए देसी-विदेशी श्रद्धालुओं ने अमृत स्नान किया। वसंत पंचमी के दिन आस्था के संगम में डुबकी लगाकर यह श्रद्धालु काफी खुश नजर आए। योगी सरकार की अच्छी व्यवस्थाओं की वजह से यहां पर सभी श्रद्धालु संतुष्ठ भी दिखे।

 

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