नवरात्रि का भौतिक,आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व: गजेन्द्र सिंह शेखावत

admin
3 Min Read

जोधपुर.
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मुताबिक नवरात्रि एक महत्वपूर्ण पर्व है जिसे सनातन धर्म में बड़ी सहजता से परिभाषित किया है। मंत्री इन दिनों अपने गृहनगर जोधपुर के दौरे पर हैं। वो यहां से सांसद भी हैं। अपने इस दौरे के दौरान रविवार को वह जोधपुर के सर्किट हाउस में जनसुनवाई के लिए पहुंचे। जनसुनवाई में मंत्री शेखावत ने दूर-दराज से आए ग्रामीणों की समस्याओं को ध्यान से सुना। गजेंद्र सिंह शेखावत ने ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए ताकि समस्याओं का शीघ्र समाधान हो सके। ग्रामीणों ने अपने-अपने मुद्दों को खुलकर मंत्री के सामने रखा।

जनसुनवाई के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि नवरात्रि का पर्व हमारे लिए विशेष महत्व रखता है। यह भारतीय सनातन समय परंपरा का हिस्सा है, जो साल में रितु संक्रमण के काल के समय में मनाया जाता है। यह पर्व 9 दिनों तक चलता है, जब एक ऋतु से दूसरी ऋतु में परिवर्तन होता है।”

उन्होंने कहा, “नवरात्रि भारतीय सनातन सभ्यता की परंपरा में ऋतु संक्रमण के काल के दौरान मनाया जाने वाला एक महत्वपूर्ण पर्व है। यह नौ दिन तक चलता है, जब ऋतुएं बदल रही होती हैं। इस पर्व का भौतिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्व जुड़ा हुआ है, और इस दृष्टिकोण से यह निश्चित रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। भौतिक दृष्टिकोण से, जब ऋतु का परिवर्तन हो रहा है, तो हमें अपने आहार और दिनचर्या में भी बदलाव लाने की आवश्यकता होती है। इसके लिए संक्रमण के इस काल में व्रत और उपवास की व्यवस्था हमारे ऋषियों ने स्थापित की है।”

शेखावत ने आगे कहा कि अगर हम आध्यात्मिक दृष्टिकोण से देखें, तो इस नौ दिन के समय में साधना का विशेष महत्व है, जिसे हमारे ऋषियों ने स्थापित किया। सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी, विभिन्न प्रांतों में इस पर्व को उल्लास के साथ मनाया जाता है। मारवाड़ में भी नवरात्रि का विशेष महत्व है। मैं सभी मारवाड़ वासियों और जोधपुर के निवासियों को नवरात्रि पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं देना चाहता हूं।”

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *