लखनऊ, 23 अगस्त: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश के अनाथ, परित्यक्त और बाल भिक्षुओं (ओएएस) के लिए अभिभावक बनकर सामने आये हैं। वह ऐसे बेसहारा बच्चों के जीवन स्तर को सुधारने एवं उन्हें मुख्य धारा से जोड़ने के लिए उनके पालन-पोषण से लेकर शिक्षा-दीक्षा का भी प्रबंध कर रहे हैं। इसके तहत मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के निर्देश पर बाल गृह के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और उज्जवल भविष्य प्रदान करने के लिए उनका प्रवेश प्रतिष्ठित स्कूलों में कराया जा रहा है। ऐसे में सीएम योगी की मंशा के अनुरुप इस एकेडमिक ईयर में 516 बच्चाें को प्रवेश दिलाया गया है। वहीं इन बच्चों को सीएसआर फंड के जरिये स्कूल फीस, बैग, स्टेशनरी, ट्यूशन फीस आदि का खर्च दिलाया जा रहा।
दिल्ली पब्लिक और रयान इंटरनेशल स्कूल में दिलाया गया प्रवेश
महिला एवं बाल विकास की निदेशक संदीप कौर ने बताया कि देश में ओएएस बच्चों की संख्या लगभग 440 मिलियन है, जो कुल आबादी का 40 प्रतिशत से अधिक है। इनमें से कई बच्चों को देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता है। ऐसे में योगी सरकार अभिभावक के रूप में ओएएस बच्चों की देखभाल, सुरक्षा और कल्याण के लिए समर्पित है। इसी के तहत इस एकेडमिक वर्ष में 516 बच्चों को कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, अटल आवासीय विद्यालय, दिल्ली पब्लिक स्कूल और रयान इंटरनेशनल स्कूल सहित विभिन्न सरकारी और प्रतिष्ठित निजी स्कूलों में प्रवेश दिलाया गया है। इनमें 294 लड़के और 222 लड़कियां शामिल हैं। उन्हाेंने बताया कि योगी सरकार का यह प्रयास ऐसे बच्चों को बड़े सपने देखने और बेहतर भविष्य के लिए सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।